नहीं परिपक्वता, नहीं परिभाषित, कैसा ये चलन बनाया है! जहाँ समर्पण,त्याग,विनम्रता को, गुड्डे-गुड़ियों से बहलाया है। #anti_valentine #teddyday #valentinesday #shatyagashi