अपना उल्लू सीधा करने में लगी रहेंगी सरकारें । उनके घर से क्या जाता है कोई मरता या कोई मारे।। आरक्षण निर्धनों को मिल जाये तो जन्म संवर जाए। ये ही समान अधिकार उन्हें ये संविधान भी देता है ।। सम्पूर्ण राष्ट्र का संचालन इन नेताओं के जिम्मे है । पर सफल नहीं संचालन तो वे नेता धरा के बोझा हैं।। कश्मीर से हिन्दू भगा दिये क्या तब न कहीं सरकारें थीं? क्या मुट्ठी भर आतंकियों को सारी सत्ता बेकारें थीं? बंगाल में आंखें बंद किये सब मार काट को सहते हैं । हर राज्य में आये दिन कुछ ना कुछ दंगे होते रहते हैं ।। माना दंगे हो सकते हैं करने वाले को ध्वस्त करो। किस बात के नेता बनते हो जनता को तो आश्वस्त करो।। शासन सत्ता रहने पर भी बस मारकाट करवाओगे। सौगन्ध तुम्हें यमदेव की है तुम नर्क कुन्ड ही पाओगे ।। भटकेंगीं तुम्हारी सन्तानें ज्यों सम्मुख कई हैं उदाहरण । इस कर्मभूमि में कर्म करो वरना तुम तो हारे हो रण।। ©bhishma pratap singh आरक्षण जातिगत आधार पर क्यों #Independence2021