#Tukbandi याद रहेगा ये दौर भी, उम्र भर के लिए। तरसे थे कितना, घर से निकलने के लिए।। -Bibhu vibhuti अब जब निकल गए घर से, घर बाहर हुआ, बाहर घर। सालों लग जाते हैं, घर जाने के लिए। - Shivam Kumar # ghar baahar