था दर्द कोई छिपा रहा था... वो आज जब मुस्कुरा रहा था, निगाहों में से झलक रहा था, कोई जख्म दिल में, गहरा-हरा था। ✍️... ©Tara Chandra Kandpal #जख्मी_दिल