"कि आग को आग से ना बुझाया जा सके हैं , प्यास को खून से ना मिटाया जा सके हैं , ओर ज़रा संभल के इन फ़िरका-परस्तों से यारो.... ज़ख्म को नमक से ना भराया जा सके हैं।" ~suraj kumar shaw @safarnaamaasawaaloka 🦋 @skshaw2309🌻 ©Suraj Kumar Shaw फ़िरका-परस्त:- साम्प्रदायिकता रखनेवाला, साम्प्रदायिक भेदभाव फैलाकर आपस में लड़ानेवाला। #Light