हाल मेरा पूछने वाले आज किधर गये, खाली जेब देखकर शायद बिछड़ गये। महफिल में दिख जाते थे जो आज किधर गये , मेरे दो लफ्ज़ कम पढ़ने से शायद मुझे बिगड़ गये। औरों का सफर आसान करने वाले किधर गये, राह के पत्थर हटाते-2 शायद खुद ही पत्थर गये। टूटे दिल मरहम करने वाले किधर गये, इश्क करके शायद खुद ही मरीज बन गये। Faiz Iqbal #Nojoto #faiziqbalsays #motivation #love #education #life #kavishala #quotes #Poetry #Nojotokhabri #Nojotohindi #2liner #TST #pyar