कहाँ हो तुम ..ये दिल तुम्हे ढूंढ रहा है इन वादियों में , इन फिजाओ में ..इन हवाओं की खुशबुओं में ..इन मौसम की बहारों में .. लगता है शायद यही हो तुम .. ये पत्तो की सरसराहट तुम्हारे पायल का अहसास कराती है .. ये काली घटाये तुम्हारी जुल्फों सी लहराती है .. बस यही कही हो तुम .. kiran ©Parul Yadav #कहाँ_हो_तुम Nitin Kumar Jyoti Agarwal vimlesh yadav official Sarvesh Kumar Bharti Mangla