दुनिया की भीड़ में अगर हम तन्हा हो जाए तो बर्दाश्त हो जाता है। हर तकलीफ हद से बाहर तब हो जाती है जब हमारे अपने गैर हो जाते हैं और गैर जी ने हम समझते हैं अपना वह भी वक्त रहते पलट जाते हैं हाय रे तन्हाई तो बड़ा सताती है कुछ दर्द बर्दाश्त नहीं हो पाती है ©sweta kumari #NationalSimplicityDay #Feeling #sgayriatifrazagola