Nojoto: Largest Storytelling Platform

,,,, रिश्ते,,, नाते,,,, कितने दूर निकल गए, रिश्तों

,,,, रिश्ते,,, नाते,,,,
कितने दूर निकल गए, रिश्तों को
निभाते _निभाते
खुद को खो दिया हमने अपनों को
संभालते _संभालते
लोग कहते हैं, हम मुस्कुराते
बहुत हैं।
और हम थक गए हैं
अपने दर्द छुपाते छुपाते,,,,!???**
(दीपिका पांडेय)

©Deepika, Pandey
  अपनी खुद की जिंदगी है यारों,,, संभालो,,, कहीं खो न जाए

अपनी खुद की जिंदगी है यारों,,, संभालो,,, कहीं खो न जाए #Love

304 Views