हमको किसी का उम्रभर होने नहीं दिया। मजबूरियों ने दर-असल रोने नहीं दिया। हाँ चाहते तो हम भी थे सोना सुकून से! मंज़िल की मग़र चाह ने सोने नहीं दिया। 🎀 Challenge-316 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 4 पंक्तियों में आपनी रचना लिखिए।