शाम-ए-तन्हाई जागी, फिर याद तुम आ रहे हो… फिर जान निकलने लगी है,फिर मुझको तड़पा रहे हो फिर मुझको तड़पा रहे हो इस दिल में यादों के मेले हैं, तुम बिन बहुत हम अकेले हैं आजाओ लौटकर तुम, यह दिल कह रहा है आजाओ लौटकर तुम, यह दिल कह रहा है ©Vimal Pandey Tum bin jiya jaye Kaise #8LinePoetry