हम कौन सी दुनिया को सजाने में लगे हैं बचानी है दुनिया बची हुई बचाने में लगे हैं वो छत भी सर से जाती रही है अपनी लोग ना जाने कहां हमें ले जाने में लगे हैं मेहनत की रोटी जब तकदीर बन गई थी हालात फिर क्यों तकदीर हराने में लगे हैं मदद जब तक हमें आएगी देर हो जानी है मुश्किल सारे बस मुश्किल बनाने में लगे हैं । Migrant labourers #ghazal #migrantworkers #journey #lockdown #shahbazwrites #passion4pearl #yqtales #yqbaba