सफर पर दूर आये हैं छोड़ अपने शहर को आये हैं जिंदगी को जी भर जीने आए हैं अगर मनाली है धरती पर स्वर्ग तो इस स्वर्ग की शैर पर आए हैं ©Jagjeewan Kumar Neeraj manali ki shair