सब कहते हैं हम गिरे क्योंकि डोर टूटी थी, डोर टूटी क्योंकि उसमें हल्की सी नमी थी, नमी थी क्योंकि डोर आँसुओ से बुनी थी , आँसू गिरे क्योंकि चोट दिल पे जो लगी थी, अब किसे कसूरवार ठहराए अपने गिरने का जब हमारी खुद ही आँखों पर पट्टी बंधी थी! -- प्रतीक्षा #pratikshaness dairy ✍️📒♥️