दिल-गली के मेरी जो जान थी। इस गली से ही वो अंजान थी।। हम शऊर थे और खाम थे। यार महफिलों की वो शान थी।। #NojotoQuote शऊर - pure conscious खाम - raw और महफिलों की शान होने के लिए शऊर खोकर मुखौटा पहनना कैसे मंजूर किया जाए। हमसे नहीं होता #dil#gali#jaan#shauur#khaam#mehfil #beher e मुतकारिद Baaki sher bhi 1 ya 2 din likhunga😅🙂🙂