सुरतकलारी भईतवारी, मधवापीगई बिनतील। ..नानक की खोज बड़ी भिन्न है। पहली बात समझ लेनी जरूरी है। कि नानक ने योग नहीं किया, तप नहीं किया, ध्यान नहीं किया। नानक ने सिर्फ गाया। और गा कर ही पा लिया। लेकिन गाया उन्होंने इतने पूरे प्राण से कि गीत ही ध्यान हो गया, गीत ही योग बन गया, गीत ही तप हो गया। एक ओंकार ✍️ओशो 🙏 ©KhaultiSyahi #nanak #gurunanak #osho #osho_quote #oshovichar #osho_quotes #khaultisyahi #follow4follow