White जय परमेश्वर मेगरीब साधु तमांम जहांनके लोगोंको ईनबनीयोंके राक्षसीपापसे वाकीफकरताहूं किईन.बनीयोंके?अनेकतरहके छलहें:ओरःफरेबहें किजेसे रावणके अनेकतरहके छल;ओर फरेबथे उसीतरहसे-ईन सोदागरांनकेभीहें सोजीसतरहसेकि रावणके वकतमे-सनीचरके कहनेसे तमांमजहांनने ऐकदीलहोकर रावणके राक्षसीपापको?छोडायाथा.उसीतरह अब ईन सोदागरांनके राक्षसीपापकोभी तमांम जहांनके लोग ऐक-दीलहोकर-मुझसाधुके-कहनेसे छोडाओ तोईन बनीयोंके जालसे सबको-सुखप्राप्तहोवे ..... ( ३३ ) अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५ M. No. :- 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©Jay Parmeshwar #good_night # # in heart touching happy motivational quotes in hindi motivational thoughts images