मैं क्या कैसे और क्यूं तुमसे कह दूं हर आह को कैसे सरेआम कर दूं यह जानता हूं कि तुम ख्याल रखते हो नज़र से दूर रहने का मलाल रखते हो हसरतों के जहां में अकेले ही रहने दो प्यालों की सरगोशी तक हमें मधुशाला में रहने दो #कृष्णार्थ ©KRISHNARTH #आह #सरगोशी #मधुशाला