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शोख़ी चुरा लूँ लबों से तुम्हारे ललचा रहे ये दिलकश न

शोख़ी चुरा लूँ लबों से तुम्हारे
ललचा रहे ये दिलकश नज़ारे

खड़े हुए हैं हम दरिया किनारे
सर्द रात में जल रहे बदन हमारे

थोड़ा तो क़रीब आओ जाना हमारे
इश्क़ के दायरे कसू बाहों के सहारे

शम्स भी चला रात के आग़ोश में सोने
आओ दिलकश मंज़र में एक उम्र गुजारे ♥️ Challenge-883 #collabwithकोराकाग़ज़

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♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।
शोख़ी चुरा लूँ लबों से तुम्हारे
ललचा रहे ये दिलकश नज़ारे

खड़े हुए हैं हम दरिया किनारे
सर्द रात में जल रहे बदन हमारे

थोड़ा तो क़रीब आओ जाना हमारे
इश्क़ के दायरे कसू बाहों के सहारे

शम्स भी चला रात के आग़ोश में सोने
आओ दिलकश मंज़र में एक उम्र गुजारे ♥️ Challenge-883 #collabwithकोराकाग़ज़

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anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
New Creator