प्रेम की नाव पर होकर सवार अनवरत बहते रहे तेरी यादों के दरिया में। चाह कर भी हमको किनारा ना मिला हम तड़पते रहे आने को बाहों में। दिल में धड़कन के जैसे बसे हुए हो धड़कन बनकर धड़कते हो दिल में, तुम बिन जीना आसान नहीं तुम को शामिल किया है मैंने मेरे अपनों मे। मेरे बिखरते ख़्वाबों को अब तुमको ही आकर समेटना है, जिंदगी में, मेरे ख्वाबों को हकीकत बना कर ताउम्र रहना है मेरे साथ जिंदगी में। ♥️ Challenge-723 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।