Nojoto: Largest Storytelling Platform

~ चाहत ~ चाहत न दे सके तो बेख़ुदी दे दे, मेरे हि

   ~ चाहत ~
चाहत न दे सके तो बेख़ुदी दे दे,
मेरे हिस्से में भी थोड़ी-सी आशिक़ी दे दे।
ग़मों में डूबते हुए जिया हूँ कई अर्सा,
कि मेरे होठों की वापिस मुझे हंसी दे दे।

पूरी ग़ज़ल कैप्शन में....
प्रेमरस में डूबी ग़ज़लों के लिए फॉलो करें।
🙏🙏🙏 चाहत न दे सके तो बेख़ुदी दे दे,
मेरे हिस्से में भी थोड़ी-सी आशिक़ी दे दे।

ग़मों में डूबते हुए जिया हूँ कई अर्सा,
कि मेरे होंठो की वापिस मुझे हंसी दे दे।

फ़लक हो या के ज़मीं तेरा ही चेहरा देखूं,
नज़र-नज़र में मेरी ऐसी बंदगी दे दे।
   ~ चाहत ~
चाहत न दे सके तो बेख़ुदी दे दे,
मेरे हिस्से में भी थोड़ी-सी आशिक़ी दे दे।
ग़मों में डूबते हुए जिया हूँ कई अर्सा,
कि मेरे होठों की वापिस मुझे हंसी दे दे।

पूरी ग़ज़ल कैप्शन में....
प्रेमरस में डूबी ग़ज़लों के लिए फॉलो करें।
🙏🙏🙏 चाहत न दे सके तो बेख़ुदी दे दे,
मेरे हिस्से में भी थोड़ी-सी आशिक़ी दे दे।

ग़मों में डूबते हुए जिया हूँ कई अर्सा,
कि मेरे होंठो की वापिस मुझे हंसी दे दे।

फ़लक हो या के ज़मीं तेरा ही चेहरा देखूं,
नज़र-नज़र में मेरी ऐसी बंदगी दे दे।

चाहत न दे सके तो बेख़ुदी दे दे, मेरे हिस्से में भी थोड़ी-सी आशिक़ी दे दे। ग़मों में डूबते हुए जिया हूँ कई अर्सा, कि मेरे होंठो की वापिस मुझे हंसी दे दे। फ़लक हो या के ज़मीं तेरा ही चेहरा देखूं, नज़र-नज़र में मेरी ऐसी बंदगी दे दे। #ghazal #yqbaba #MyThoughts #yqdidi #ग़ज़ल #myfeelings #myquote #मेरीक़लमसे