जीवन की जटिलताओं में छिपें है जीवन के कई राज़ काल्पनिकता और मृगतृष्णा से ऊपर उठ ग़र तुझमे है आज़ जिंदगी क्यों ना हो कितनी ही दूर तुझसे आएगी तेरे पास तू बस क़ासिद-ए-राह चल, ख़ुदा को याद करते रहे तेरी हर सांस 【आज़- प्रचंड इच्छा, क़ासिद- messenger of god】 Challenge-96 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #काल्पनिकता #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️