थोड़ा सा इंतजार और, फिर भय के बादल छट जाएंगे, पिछले दिन जैसे निकल गए, आने वाले दिन भी निकल जाएंगे, थोड़ा हौसला और रखो दोस्तों, हम अदृश्य शत्रु से जंग जीत जाएंगे। कभी कभी हालात ऐसे बन जाते हैं, विधाता की होनी के आगे, सत्पुरुष भी सर झुकाते हैं। शीघ्र ही वक़्त निकलते ही, फिर एक साथ कदम बढ़ाएंगे, नवयुग में फिर नवजीवन ले आएंगे। थोड़ा सा इंतज़ार और... #थोड़ासाइंतज़ार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami