आज फिर याद आयी उस शेर की... जो वतन के लिए जीता था... और वतन के लिए ही मर गया.. जो कहता था... "हम एक हैं" और इन्कलाब़ कहके फांसी पर चढ़ गया.... लेकिन हम उस समय भी मतलब के लिए लड़ते रहे... और आज भी लड़ रहे.... क्यूँ हम एक नही हो जाते.... और क्यूँ ना एक सम्प्रदाय मुक्त हिन्दुस्तान बनाते... 🇮🇳🇮🇳जय हिंद🇮🇳🇮🇳 🇮🇳"भगत सिंह"🇮🇳 Bhairavi... #bhagat #singh #india #bharat #independent #Hindustan