सहरों की बदमाशियां थमती नहीं रातों की नादानियां बढ़ गयी है मुतासिर इश्क़ से हुए क्या हम दुनियां हमे पागल कहने लगी है। #shayri #mohabbat #mutasir #seher #raat #nadaniya