बारिश यह बारिश भी कहर लाती है.. एक और हिज्र.. एक और वस्ल की बादली छाती है.. बीते लम्हों की भी याद दिलाती.. पुराने जख्मों को सुलगाती है.. यह बारिश कहाँ रोज आती है.. मेरे लब़्जों को रफ्तार दे जाती है। #बारिश #nojoto #hindi#urdu#nojotodhayri#nojotoquote#nojotohindi#nojotourdu