ये मिलना भी दिखावा है क्षितिज सा ही क्षलावा है वो कुछ पल के लिए हमको भी अपने रंग रंगते है दिखावे के लिए कुछ पल हमारे साथ चलते है ये दुनिया को पता होगा कहीं जाकर मिलें होंगे पता हमको है उनको भी मिले ना ही मिले होंगे ©दीपेश #झूठाप्यार