जब चोट लगी हो सीने में, तब इश्कि अल्फाज़ लिखूं कैसे जब रक्षक अपने शहीद हुए दुष्टों की कारस्तानी में अपने वीरों के बदले में किसी और को याद करूँ कैसे? #NojotoQuote #शहीदों_को_नमन