जलजले हैं तबाही है.. आज इश्क़ की आख़री गवाही है आँखों मे काजल लगाया है उसने और हाथों में मेहंदी भी सजाई है एक सवाल थरथराते मासूम होंटो पे हिस्से में मिलन है या जुदाई है .. ©Ronac Vasudev Sudha Tripathi Ruchika