नारी शक्ति समक्ष प्रमाण खून मे उसके रवानी थी बचपन मे पढ़ी जो सबने वो हमने भी पढ़ी कहानी थी घोड़े की नाल को हाथ मे लेकर पीठ पर अपने लाल को लेकर जो भिड़ गई अकेली गोरो से,वो नारी नहीं शक्ति कोई वरदानी थी क्या...खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी (19/11/1835 to 18/6/1858) mr.chauhan #ranilaxmibai #nojotonews #nojotopoetry #nojotoshayari #nojoto #mrchauhanrj05