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AS SALAM U ALAI KUM आगज़ सुबह हो गई है बट चुकी है

AS SALAM U ALAI KUM
आगज़ सुबह हो गई है 
बट चुकी है रोज़ी भी अब तो
हात मे तुम्हारी रिज़क मिली है
निकलो कुछ कोशिश भी कर लो

नींद मे मशगूल होने वाले
उठ जाओ अल्लाह का थोड़ा
ज़िक्र भी कर लो

शुक्र करो तुम फिर साँसे मिली है
तो आँख खोलो और चलो
अब काम भी कर लो

©NIKHAT (दर्द मेरे अपने है )
  #everyone