अपने-पराये मेरी आँखों मे मोहब्बत की चमक आज भी है, हालांकि मेरी मोहब्बत पे उसको शक आज भी है। बाइक पर बैठकर कभी रखे थे हाथ मेरे कांधे पर, मेरे कांधे में उसकी मेहंदी की महक आज भी है ।।