Nojoto: Largest Storytelling Platform

शांत है तूफान हम भंवर की तलाश में निकलें है लौटें

शांत है तूफान हम भंवर की तलाश में निकलें है 
लौटेंगे साथ लेकर ही उसे जिसकी तलाश में निकलें है













बादलों में छुपने वाले चांद को देखने के इंतजार में
कहीं बहुत बहुत दूर निकल आए है अपने घाट से 

कमाल की एकता है धरती आकाश में
दिखते हैं मिलते हुए पर हाथ नहीं आते
बबली गुर्जर

©Babli Gurjar शायरी R. Ojha Mili Saha Rama Maheshwari Anshu writer gum_nam_shayar_7 Ravi Ranjan Kumar Kausik
शांत है तूफान हम भंवर की तलाश में निकलें है 
लौटेंगे साथ लेकर ही उसे जिसकी तलाश में निकलें है













बादलों में छुपने वाले चांद को देखने के इंतजार में
कहीं बहुत बहुत दूर निकल आए है अपने घाट से 

कमाल की एकता है धरती आकाश में
दिखते हैं मिलते हुए पर हाथ नहीं आते
बबली गुर्जर

©Babli Gurjar शायरी R. Ojha Mili Saha Rama Maheshwari Anshu writer gum_nam_shayar_7 Ravi Ranjan Kumar Kausik