पल्लव की डायरी घोर अंधेरा जग में करके,जज्बात हमारे तोड़े जाते है चाँद से जीवन मे,विष घोले जाते है गुलामी के औजार विकसित कर अमावस्य के अंधेरे किये जाते है भूत प्रेत सी डरावनी व्यवस्था चीख चीख कर हमें सताते है काला जादू से सम्मोहित कर हम सबको मायाजाल में फसाते है तड़प तड़प कर जीवन मे अधमरे हुये जाते है डर के साये में ही कुछ लोग अपने साम्राज्य चलाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" हम सबको मायाजाल में फसाते है #पल्लव_की_डायरी #कविताएं #नोजोतोहिन्दी