शहर- बड़े शहरों कि ये पहचान बन गयी है दिल तंग और सड़कें चौड़ी हो गयी हैं जो शहर छोटे रह गए हैं ज़रा क़द में उनकी सड़कों पे हुजूम और रिश्तों में मिलावट बड़ने लगी है इनसे अच्छे हैं अब भी वो पुराने मोहल्लों के कच्चे हाते पड़ोसी के रिश्तेदार तक कि फ़िक़्र रगों में जिनके दौड़ रही है Musings - 8/2/19