जीवन और क्रिकेट में सामंजस्य बड़ा है गहरा है शरीर स्टेडियम यदि तो विराट मंच है धरा जहाँ बोलिंग करने तत्पर समय सदैव है खड़ा बीमारियां करें फील्डिंग धर्मराज है अम्पायर बना यमराज हैं विकेट कीपर तो विकेट हैं प्राण जहाँ आक्रमक खिलाड़ी ही नित पावेलियन लौटे यहाँ विकेट का उड़ना हो जैसे साँसों का हो टूटना रनआउट होजैसे हार्टअटैक या दुर्घटना में मरना है लक्ष्य सभी का यहाँ रचनात्मक खेल दिखाना साँसों के सीमित ओवरों में बेहतर रन रेट बनाना #nojoto #nojotohindi #cricket #life #nojotoenglish #poetry #NojotoWodEnglishQuoteStatic #kiranbala