रब की मेहरबानी देखो हम टोकरी में चांद लिए फिरते हैं, रोशनी कौन पूछता है ,हम कदमों में आसमान लिए फिरते हैं ! --- अनवर हुसैन अणु भागलपुरी ©Anwar Hussain Anu Bhagalpuri #टोकरी में चांद