#2YearsOfNojoto परख अगर हिरे की करनी हो तो अँधेरे का इंतिजार करो, वरना धुप में तो कांच के टुकड़े भी चमकते हैं, _______________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा, परख अगर हिरे की करनी हो तो अँधेरे का इंतिजार करो । वरना धुप में तो कांच के टुकड़े भी चमकते हैं।। मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा