White शब्द मौन हैं विचार शून्य हैं भावनाएँ

White शब्द  मौन  हैं  विचार  शून्य  हैं 
भावनाएँ  अव्यक्त  हैं 
मन  बेचैन  हैं 
आत्माएं  भ्रमित हैं 
सत्य  की  क्या  जीत  हैं 
या  असत्य  की  तलाश  हैं 
जो  होकर भी  नहीं  हैं 
जो  ना  होकर  भी  अस्तित्व  में  हैं
दे रहा अपनी  हर  रोज  हाज़री  हैं 
होने  ना  होने पर भी 
यही  तमाशा  का  सार है 
तू  कौन  हैं  तू  कौन  हैं 
तेरा  मुझसे  क्या  नाता  है 
क्यों  किसी  रोज  नई  चुनौती  ये देख
मन  में  उठते  कई प्रश्न हैं!

©Aparna Pathak #अव्यक्त
White शब्द  मौन  हैं  विचार  शून्य  हैं 
भावनाएँ  अव्यक्त  हैं 
मन  बेचैन  हैं 
आत्माएं  भ्रमित हैं 
सत्य  की  क्या  जीत  हैं 
या  असत्य  की  तलाश  हैं 
जो  होकर भी  नहीं  हैं 
जो  ना  होकर  भी  अस्तित्व  में  हैं
दे रहा अपनी  हर  रोज  हाज़री  हैं 
होने  ना  होने पर भी 
यही  तमाशा  का  सार है 
तू  कौन  हैं  तू  कौन  हैं 
तेरा  मुझसे  क्या  नाता  है 
क्यों  किसी  रोज  नई  चुनौती  ये देख
मन  में  उठते  कई प्रश्न हैं!

©Aparna Pathak #अव्यक्त