दिव्य प्रभा हे दिव्य सुता, जानकी माँ सम तुम सुंदर सिया, दिव्य कीर्ति दिव्य अनुभूति, दैवीय दिव्यम् सुलक्षण अनुकृति, अनुपम अलबेली देवप्रिया तुम, विलक्षण सुयोग्य सुनीति, दिव्य आभा, दिव्य ज्ञान, मस्तक सोहे सूर्य तेज विराट, दिव्य कल्याणी, दिव्य कलुष तारिणी, माँ गंगा सम अस्तित्व पतित पावनी, दिव्य गुण,दिव्य मंगल कारिणी, तुम गौरी माँ अष्ट सिद्धिदात्री, दिव्य दिवाकर, दिव्य नक्षत्र, जन्मी धरा पै दूँजी नही महाश्वेता अन्यत्र, मुबारक मुबारक मुबारक, महकती हवाओं संग, बहती घटाओं संग, खिलती चाँदनी संग, मचलती बहारों संग, स्वरागिनी का गीत राग मुबारक, कोयल की कूक मुबारक, अमिया का फल मीठ फल मुबारक,