आँचल इस जहाँ में सबसे खूबसूरत है, तेरे आँचल की छैया। ना मैं हूं कृष्णा और ना ही कन्हैया। ना ही मुझमें उतनी है कौशल, ना मैं जग का रचैया। डर लगता हैं इस जमाने में मुझें, बस महफूज है तेरे आँचल की छैया। मैं तेरा लल्ला हू ,तू मेरी मैय्या।। तू मेरी मैय्या है ,तू मोरी मैय्या।। #Lifenlesson #Kindeness #Motherslove #Humanity #Hindipoem