आँखों की जुबां भी पढ़ लेनी चाहिए, क्योंकि कुछ बातें कभी कभी अनकही रह जाती हैं जो जुबां की नही, अल्फाजों की नही,आंखों की मोहताज होती हैं, कुछ आंसू पलकों पे सूख जाते है,कुछ यादें आंखों में तैरती रहती है,और कभी कभी सांसे भी आंखों आंखों में घुटती रहती हैं... #eyes #love #pain