गुड़िया मौसी जब आती है... खेल खिलौने लाती है... आने से उनके चारों ओर रौनक सी छा जाती है... बच्चों के मन में वो सपना सा संजोती है। घर से जब वो जाती है... आंखें नम हो जाती है .. मुझको रोता देख कर वो भी छुप - छुप कर रोती है.. अपने दुख को भूल कर दूसरों के गम वो ढोती है... उनकी आंखों का आँसू मेरे लिए जैसे मोती है... मैं सबसे अच्ची बेटी हूं यही हमेशा कहती है... किस्मत उनकी अच्छी होती है ... जिनके पास गुड़िया मौसी जैसी माँ होती है। #गुड़ियामौसी#बचपना#प्यार#