मैं कहने ही वाला था, पर वो कुछ कही अनकही बातें आखिर,कहते-कहते छूट गई। मैं सबकुछ कहने ही वाला था, पर वो हमसे रूठ गई। दिल की पीड़ा,मन की बातें उसको कौन बताएगा? कोई मुझे बताओ मैं भी समझूं, कैसे यारी टूट गई? अरुण शुक्ल अर्जुन प्रयागराज