असमान से जुडने वालो जरा इक बात याद रखना मिट्टी से जुडी अपनी औकात याद रखना ना भूल जाना तुम उन छोटी चार दीवारो को पैसे के खातिर होती उन दर्दभऱी तकरारो को फाँसले जो बन गए अपनो के दरमिया वो औऱ भी बढ गए थे पैसे के बिना वो वक्त से जुडी हर बात याद रखना मिट्टी से जुडी अपनी औकात याद रखना #मिट्टी #औकात #Todaypoem