तू वो एहसास है जिसे छुपा नहीं सकती । तू वो दर्द है जिसे बता नहीं सकती।। तुम वो धुन हो जिसे सुना ही ना गया हो।। तू वो कलम है जो हर अल्फ़ाज़ पर रुक रुक कर चलती हैं।। तू तक्सीम हैं मेरी हर खता की ।। तू किसी बिन माली की बगिया का फूल है।। तू मेरे लड़कपन कि भूल है।। अनुष्का ढाका।। #भूल