बात सबों पे लागू है । छोटी-छोटी घटनाओं से ही टूटने लगे हो। गमों के महासागर में प्रायः डूबने लगे हो। लगता है मानो ज़िंदगी से ऊब से गए हो, आख़िर क्यूं बात- बात पर घुटने लगे हो? निकाल फेंक दो उनको जेहन से अपने, नज़रें जिनकी तुमसे सवाल पूछती हैं। हंसी जिनकी चुभती है तुम्हारे हृदय में, जिनकी आँखें तुम्हारे पास माल ढूँढती हैं। दिल उसी से लगाओ, जो तुम्हें पूछता है। तुम्हें दर्द में देख जिसका दिल दुखता है। ऐसा शख्स मिलेगा नहीं पर सफ़र में, कि आदमी ही आदमी को अब चुभता है। वक्त गुजार कर यहां सब ही चले जायेंगे। एक बार चले गए तो लौट कर न आयेंगे। पर जब तक रहेंगे उनसे बड़ा कौन है?? बात सबों पे लागू है, समझ नहीं पायेंगे। बात सबों पे लागू है । #lifequotes #zindagi