दिल की कश्मकश (अनुशीर्षक में पढ़ें) दिल की कश्मकश दिल है पसोपेश में रहता सदा जो प्यार हुआ क्या है वो सच या है कोई भ्रम दिल की कश्मकश को कैसे हम समझाएँ अपना हाल किसे हम बताएँ