सांसे चल रहीं है, जिंदगी थम सी गई है.. कितने ही सपने काल के गाल में समा गए, और जाने कितने तो जीते जी मुर्दा हो गए...! कैसे कह दें कि जिंदा हैं हम , असल में तो एक परकटा परिंदा हैं हम..! ©Abha Anokhi # corona kal me maut ka tandaw,lachar vivas hum.