बेशक मा के लाडले है पर अपनी अलग पहचान बनानी पड़ती है एक नौकरी के खातिर सैकड़ों ठोकरें खाने पड़ती है कभी हर बात पर ढेरों नखरे होते थे जिनके बाहर रह कर सारी फरमाइश भूलनी पड़ती है ©Atrngi Banna Post No 06